कलम की ताकत ऐसी ताकत है जो समाज में बिना एक बूँद खून बहाए समाज में क्रांति ला सकती है. लेकिन इसका असर सामने तब आता है जब यह बने 'जनता की आवाज़' यानी "आप की आवाज़ ".
Saturday, November 1, 2008
राज ठाकरे ने मारी पलटी
अब रास्ट्रीय स्तर पर विरोध के बाद अब राज ठाकरे को समझ आ गया है की हम इस तारा से निरीह लोगों को परेसान नही कर सकते
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