कलम की ताकत ऐसी ताकत है जो समाज में बिना एक बूँद खून बहाए समाज में क्रांति ला सकती है. लेकिन इसका असर सामने तब आता है जब यह बने 'जनता की आवाज़' यानी "आप की आवाज़ ".
Thursday, March 13, 2014
आपकी आवाज़: लोकतंत्र के हितैसी या राजनितिक पार्टियों के दलाल!
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