Friday, March 21, 2014

मोदी के प्रधानमंत्री बनने से भारत के लोकतंत्र को खतरा।

 
मोदी के प्रधानमंत्री बनने से भारत के लोकतंत्र को खतरा।

नरेन्द्र मोदी के नेतृ्व वाली सरकार बनने से देश मे तानाशाही या फ़ासीवादी आने का ख़तरा है। बतौर प्रधानमंत्री हिन्दू राष्ट्रवादी (हिन्दु संकीर्णतावादी) की सोच इस धर्मनिरपेक्ष देश के लिये खतरा है। अल्पसंख्यक समुदाय अपने आप को असरुक्षित महसूस कर सकता है। खाड़ी मल्कों और इस्लामी देशों के साथ हमारे रिश्ते खंराब हो सकते है। आयात-निर्यात प्रभावित होगा और हमारी अर्थव्यसथा चरमरा सकती है।

व्यकतिवादी सोच रखने वाले आदमी को इस देश का प्रधानमंत्री कभी नही बनना चाहिये। इसी सोच ने भाजपा के अन्दर ही एक विपक्ष तैयार कर दिया है। यही सोच इस पोस्टर में भी दिखायी देती है।





बीजेपी अगर ईमानदार पार्टी होती तो 1998 से 2004 तक कांग्रेसी लुटेरो को जेल मे डाल चुकी होती ,अटल और आडवानी ने अपनी जवानी से लेकर बुडापे तक कांग्रेस को चोर बताते रहे पर जब सत्ता मे आय तब कालाधन वापस नहीं लाये , तब ये लोग सोनिया के पैर दबा रहे थे ? अटल , अडवानी जी ने अपने शासन में इन्होने प्रमोद महाजन जैसे दलाल देश को दिये , और आज फिर B J P वही राग गा रही है,, बीजेपी के लोगो को जान लेना चाहिये की मोदी जी का भी तो कोई रंजन भट्टाचार्य जैसा दामाद है की नहीं ..............

Thursday, March 20, 2014

#‎Modi‬ को कोसने, गरियाने वालों की जमात बनती जा रही है ‪#‎BJP‬.

#‎Modi‬ को कोसने, गरियाने वालों की जमात बनती जा रही है ‪#‎BJP‬.

‪#‎SubmaniyamSwami‬ - इनकी वजह से ‪#‎NDA‬ अटल जी सरकार एक वोट से गिर गयी थी।
‪#‎RamVilasPaswan‬- मोदी पर 2002 में दंगे के आरोंपों के NDA से अलग हो गये थे।
‪#‎RamkripalYadav‬- मोदी एक वायरस है।
‪#‎GagdambikaPal‬- जिंदगी भर विपक्ष में बैठ कर मोदी और भाजपा को गरियrते रहे।
‪#‎RajuSrivastav‬- 56 इंच सीना वाले बयान पर मोदी को दैत्य बताया।

ये दिखाता है भारतीय जनता पार्टी सत्ता पाने के लिये किसी हद तक जा सकते है। सत्ता के लालच में ये दल #BJP को कभी भी लात मार सकते है।

पकड़ा गया इंडिया टीवी के रजत शर्मा का सफ़ेद झूठ

पकड़ा गया इंडिया टीवी के रजत शर्मा का सफ़ेद झूठ

इंडिया टीवी के सर्वेसर्वा रजत शर्मा 14 मार्च को प्रसारित 9 बजे के कार्यक्रम 'आज की बात' में अरविंद केजरीवाल के कई पेंच खोलने की कोशिश की। बुखार होने और बीमार होने का हवाला देते हुए रजत शर्मा ने पत्रकारिता के प्रति अपनी प्रतिबद्धता साबित करने के लिये 14 मार्च का कार्यक्रम एंकर किया। लेकिन कार्यक्रम के अंत में रजत शर्मा ने जो दावा किया था अब वो सारे दावे सवालों के घेरे में है। इस कार्यक्रम के अंत में रजत शर्मा ने अरविंद केजरीवाल और उनकी टीम को संबोधित करते हुए कहा कि "केजरीवाल जी, आपको पब्लिक लाइफ में आये हुये चार दिन हुये हैं। संघर्ष क्या होता है, ये आपको नहीं मालूम है। लेकिन अपनी बात कहने की आजादी के लिये मैंने इमरजेंसी के ज़माने में जेल काटी है। उस ज़माने में जब अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर अंकुश था, आज़ाद अखबार निकालने के लिये पुलिस मुझे पकड़ के ले गई और मैंने मार खाई। दो दिन तक थाने में टार्चर सहा और अगर हिम्मत से सच कहने के लिये सौ बार और ज़ेल जाना पड़ेगा तो मैं तैयार हूं क्योंकि देश की जनता मेरे साथ है।" गौरतलब हो कि रजत शर्मा ने अपने कार्यक्रम में इस तरह के दावे किये हैं।
दरअसल 57 वर्षीय रजत शर्मा का जन्म 30 अप्रैल 1956 में हुआ था। इन्होने जिस इमरजेंसी के ज़माने में जेल काटने की बात कही है, उसकी हक़ीकत ये है कि रजत शर्मा ने अपनी पत्रकारिता की शुरुआत ही 1982 के आसपास की थी। आपातकाल 25 जून, 1975 को लगाया गया था और 21 मार्च 1977 तक लागू था। यहाँ गौर करने की बात ये है कि जिस वक़्त के बारे में रजत शर्मा एक स्वतंत्र अखबार निकालने की बात करते हैं उस वक़्त इनकी उम्र मात्र 19 साल की थी। अब यहाँ ज़रा सोचने वाली बात ये है कि अगर वो सिर्फ आंदोलन में जेल जाने की बात कहते तो एक बार उनकी बातों पर विश्वास किया भी जा सकता था। लेकिन 19 साल की उम्र में अखबार चलाने की बात ज़रा अतिसंयोक्ति सी लग रही है क्यूंकि उन्होंने खुद अपने एक इंटरव्यू में स्वीकार किया है कि उनका पत्रकारिता कैरियर 1982 में शुरू हुआ है और उसी वक़्त उन्होंने अपना पहला लेख लिखा था, फिर 1975 में वो अखबार कैसे निकालने रहे थे? रजत शर्मा के ही पुराने इंटरव्यू के अनुसार 1982 में पहली बार उन्होंने ऑनलुकर में अपना पहला लेख लिखा था।
गौरतलब हो कि 11 अप्रैल 2009 को बीबीसी को दिये एक साक्षात्कार के अंश में या विकिपीडिया पर इसकी सत्यता की जांच कर सकते हैं। उनका कहना था कि "पत्रकार बनने का कभी नहीं सोचा था। बस सोचा था कि एम कॉम के बाद बैंक में नौकरी करूँगा और घर का भार कम करूँगा। एम कॉम के रिज़ल्ट का इंतज़ार कर रहा था तभी मेरी मुलाक़ात जयनंदा ठाकुर से हुई। उन्हें रिसर्चर की ज़रूरत थी। उन्होंने इसके लिए मुझे चार सौ रुपये महीने देने का वादा किया। एक दिन मैंने उनसे कहा कि जितनी सूचनाएँ मैं देता हूँ, वो सब तो आप इस्तेमाल नहीं करते। क्या मैं इसे इस्तेमाल कर सकता हूँ? फिर मैंने एक लेख ऑनलुकर पत्रिका को भेजा और उन्होंने इसके लिए मुझे 600 रुपये दिए। ये बात जुलाई 1982 की होगी। ऑनलुकर के एडीटर डीएम सिल्वेरा ने मुझे पत्रिका में बतौर ट्रेनी का ऑफ़र दिया। इसे आप मेरी किस्मत ही कह सकते हैं। 1982 के आखिर में उन्होंने मुझे संवाददाता बना दिया, फिर 1984 में दिल्ली का ब्यूरो चीफ़।"
अब यहाँ ये रिसर्च का विषय है कि रजत शर्मा ने अपने पुराने इंटरव्यू में झूठ बोला था कि उनका पत्रकारिता कैरियर सन 1982 में शुरू हुआ था या फिर अब बोल रहे हैं कि वो 1975 में आपातकाल के दौरान उनके आज़ाद अखबार चलाने के लिए उन्हें जेल भेजा गया था। वैसे 'आप की अदालत' लगा कर मशहूर हुये रजत शर्मा अब 'आप' की अदालत के कटघरे में हैं। जाहिर है, केजरीवाल को झूठा बताने की कोशिश में रजत शर्मा ऐसी बात कह गये हैं, जिसे साबित करना उनके लिये मुश्किल होगा।

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Wednesday, March 19, 2014

कांग्रेस और बीजेपी दोनो ही सेम है ....

कांग्रेस और बीजेपी दोनो ही सेम है ....
 १ दोनों मिलकर दारू बाट सकते हैं। 
२ दोनों भ्रस्टाचार कर सकते हैं।
 ३ दोनों दागियों को टिकिट दे सकते हैं। 
४. दोनों RTI के दायरे में नहीं आना चाहते।
 ५ दोनों चंदे का हिसाब नहीं देना चाहते।
 ६. दोनों लाल बत्ती की गाड़ी चाहते हैं। 
७. दोनों आम आदमी को हराना चाहते हैं।। 
८. दोनों सिर्फ सत्ता चाहते हैं।
 ९. दोनों सांप्रदायिक है l
 १०. दोनों सख्त लोकपाल के विरोध में है l 
 ११. दोनों सीबीआई को स्वतंत्र करने के पक्ष में नहीं है ll तो दोनों मिलकर सरकार क्यों नहीं बना सकते
ये भी ठीक है...!
एक पीएम उम्मीदवार तो दूसरा सबसे सशक्त पीएम मैटीरियल...!!
लड़ा दो बनारस में आमने सामने से.....
जो जीते , उसे पीएम बनाने और दिल से मानने की शर्त के साथ....,
बनारस की आम जनता पर फैसला छोड़ते हुए......
क्यों....?
#जय जनलोकपाल..!-

आम आदमी पार्टी की उपलब्धि -
पहली बार हम को पता चला की मीडिया भी बिकाऊ होता है !
पहली बार हम को पता चला की कांग्रेस और बीजेपी अदानी और
अम्बानी की दुकान है!i
पहली बार हम को पता चला की कितने सारे क्रिमनल्स और
करप्ट्स सिस्टम में बैठे हैं !
पहली बार हम को पता चला की हमारे वोट की अहमियत क्या है!
पहली बार हम को पता चला की धर्म के इलावा भी मुद्दे हैं,जिस
पर अवाम एक जुट हो सकती है
पहली बार हम को पता चला की कोई सख्स सी.एम्.बन कर
महज़ ४९ दिन में एक कानून के लिए कुर्सी झोड़ देता है!
पहली बार हम को पता चला की ४९ दिन में सी.एम्.बन कर इतने
काम कर दिए जो ४९ साल सत्ता में भी रह कर नहीं कर सके !
पहली बार अवाम इकठा है ईमानदार राजनीत के लिए!
पहली बार भारत जागा है!
यह है आप का इफ़ेक्ट !!

Sunday, March 16, 2014

Question of Arvind Kejariwal

केजरीवाल ने कहा, मोदी जी चाय पिला देते तो क्या बिगड़ जाता? इतना क्यों डरते हैं मोदी जी मेरे से?
केजरीवाल: मोदी हेलिकॉप्टर से आते हैं, स्टेज पर उतरते हैं, भाषण देते हैं और निकल जाते हैं। यही हाल राहुल का है।
सफेद झूठ बोलते हैं मोदी जी। खुलेआम झूठ बोलते हैं मोदी जी और मीडियावाले उसे दिखाते
केजरीवाल ने कहा, मोदी और राहुल को बताना पड़ेगा कि 1947 में देश आजाद हो गया है।
केजरीवाल: मुकेश अंबानी को क्यों दिए गैस के कुएं?बीजेपी के अलावा कांग्रेस ने भी पैसे कमाए। 1 डॉलर की चीज 4 डॉलर में दे दी।400 पर्सेंट प्रॉफिट
मोदी हेलिकॉप्टर से आते हैं, स्टेज पर उतरते हैं, भाषण देते हैं और निकल जाते हैं। यही हाल राहुल का है।
केजरीवाल: कर्नाटक के वीरप्पा मोइली ने चुनाव से कुछ पहले बदमाशी करके गैस के दाम 8 डॉलर कर दिए। 1 अप्रैल से गैस के दाम बढ़े को महंगाई होगी
केजरीवाल ने कहा, अगर एक मुख्यमंत्री किसी राज्य के सीएम से मिलना चाहे तो समय नहीं मिलता, 5 किलोमीटर पहले ही रोक दिया गया।
जो काम हरियाणा में वाड्रा करते हैं, वही गुजरात में मोदी जी करते हैं। दोनों में क्या फर्क है? -
दोस्तों कांग्रेस की जगह बीजेपी पार्टी बदलने से हमारी ज़िन्दगी नहीं बदलनी वाली केवल चेहरे बदलेंगे ; केजरीवाल
केजरीवाल ने कहा, मेरे बारे में दिखाते हैं कि इतने बेडरूम का मकान ले रहे हैं। मोदी जी का झूठ क्यों नहीं दिखाते?
केजरीवाल ने कहा, सफेद झूठ बोलते हैं मोदी जी। खुलेआम झूठ बोलते हैं मोदी जी और मीडियावाले उसे दिखाते हैं।
केजरीवाल ने कहा, मोदी जी के राज में 800 किसान आत्महत्या कर चुके हैं।
केजरीवाल ने कहा, जो काम हरियाणा में वाड्रा करते हैं, वही गुजरात में मोदी जी करते हैं। दोनों में क्या फर्क है?
अंग्रेजों ने 200 सालों में उतना नहीं लूटी, जितना 10 सालों में राहुल, सोनिया और मनमोहन की सरकार ने घोटाला किया: केजरीवाल
केजरीवाल ने कहा, गुजरात के किसान खून के आंसू रो रहे हैं। किसानों का आरोप है कि हमारी जमीन सरकार ने कौड़ियों के भाव छीन ली।
अमित शाह इस देश के गृह मंत्री बन जाएंगे तो देश में किन-किन औरतों की जासूसी करवाएंगे: केजरीवाल
मैं गुजरात का विकास देखने सीखने गया था जो देखा वो शॉकिंग था सरकार में एक भी काम बिना पैसे के नहीं होता है ; केजरीवाल
केजरीवाल ने कहा, बाबू भाई बुखारिया को माइनिंग में कोर्ट से तीन साल की सजा हो चुकी है और अभी भी वह मंत्री हैं। क्या मजबूरी है मोदीजी की।
केजरीवाल ने कहा, गुजरात जाकर मैंने देखा कि वहां एक भी काम बिना पैसे का नहीं होता है। चारों ओर भ्रष्टाचार का बोलबाला है।
अंग्रेजों ने 200 सालों में उतना नहीं लूटी, जितना 10 सालों में राहुल, सोनिया और मनमोहन की सरकार ने घोटाला किया: केजरीवाल
केजरीवाल ने कर्नाटक से 6 नेताओं को दागी बताया। केजरीवाल ने कहा, कर्नाटक में भ्रष्टाचार का बोलबाला। देशभर में लोग बीजेपी, कांग्रेस से दुखी।
केजरीवाल ने कहा, मोदी जी दो सीटों से लड़ने पर विचार कर रहे हैं। उन्हें बहादुरी दिखाना चाहिए और एक सीट पर चुनाव लड़ना चाहिए।