Thursday, March 13, 2014

लोकतंत्र के हितैसी या राजनितिक पार्टियों के दलाल!

Letter to Punjab Kesari.

पंजाब केसरी ने आदमी पाटॅी को लेकर पिछले एक सप्ताह की हेडलाइन्स नीचे लिख रहा हूँ
-लोकतंत्र के भक्षक नही रक्षक बने।
-आप नेता के मुँह पर स्याही पोती। हिन्दूवादी संगठन वीरसेना का आदमी था न कि आदमी पार्टी का।
-अहमदाबाद में केजरी का प्रोग्राम फ्लाप, 50-60 लोग आये।
-केजरीवाल की जुर्रत!
-आप नेताओं में घमासान।
-मोदी का रथ नही रुकेगा!
-मुम्बई में आप समर्थकों और केजरीवाल  ने मचाया कोहराम।


                                               ये केवल हेडलाइन्स है, इनके अन्दर पढ़ने पर यह स्टोरी पूरी तरह से भाजपा या मोदी जी के पक्ष में लिखी हुयी होती है।  तब लोकतंत्र के चौथे स्तमभ पर शक होता है। और इस जमात मे आप अकेले नही है। इसमे Zee news group, India news & Times Now भी शामिल है। मसला यही नही ख़त्म हो जाता है। आखि़र इसके पीछे क्या कारण है। कुछ न कुछ तो गड़बड़ है। क्या इसके पीछे आप और भाजपा नेताओं मसलन राजनाथ जी, विजय गोयल या अरुण जेटली के साथ मित्रवत व्यवहार या फिर आपके माता श्री किरण चोपड़ा और सुषमा स्वराज जी के साथ पारिवारिक रिश्ते क्योंकि सुषमी जी को आपके फार्महाउस पर करवाचौथ मनाते हुए तस्वीरों में देखा गया है।
Zee news का भाजपा founder memeber है एकतरफ़ा रिपौटिग। जैसे Zee news ने कल हेडलाइंस चलाई "आम आदमी पार्टी समर्थकों की मुम्बई में गुण्डा-गर्दी" सरासर ग़लत न्यूज़। हॅा, अरविन्द से मिलने की चाह में, अफरा-तफरी ज़रुर मची और मेटल डिटेक्टर को नुकसान पहुचा।
रही बात India News की, India news के डायरेक्टर दीपक चौरसिया को बढ़ाने में आडवानी जी का हाथ है जब वो DD News के लिए काम करते थे। कुछ दिन क्राँग्रेसी चैनल होने का आरोप लगा। लेकिन जब से India news के मालिक विनोद शर्मा ने Congress party छोड़ नमो-नमो करना शरु किया है इंडिया न्यूज़ ने भी मोदी का गुणगान और आम आदमी पार्टी को दुष्प्रचार करना शुरु कर दिया है।

मैं इसे आप लोगों की कमी नही मानता। विश्व के तथाकथित सबसे बड़े लोकतंत्र में मीडिया को लेकर कोई भी एक ऎसी जिम्मेदार संस्था नही है जो इन सब चीजों पर स्वत: संज्ञान लेकर रोक लगा सके। तब सोचने पर मज़बूर होना पड़ता है आप जैसे मीडिया हाउस चलाने वाले लोग लोकतंत्र के हित में काम नही, बल्कि कुछ राजनितिक पार्टियों और नेताओं की दलाली का काम करते हो। और अरविन्द केजरीवाल की यह बात पूरी तरह सही है कि " पूरे देश में मोदी की लहर चल रही है, हवा चल रही है" यह आप जैसे मीडिया हाउसेज़ के द्नवारी फैलाया गया महज एक षडयंत्र है। अगर एैसा होता तो फिर, बातों और विचारधारा के तौर पर दोगली पार्टियों से हाथ नही मिलाते जैसे लोजपा, जस्टिस पार्टी और मनसे।
क्या बीजेपी और मोदी ये बतायेंगें राजठाकरे से हाथ मिलाने के बाद उत्तर प्रदेश और बिहार के ग़रीब मजदूरों, रेहडी- पटरी वालों और रिक्शा चालकों को न्याय कैसे मिलेगा।

मोदी एक तानाशाह प्रवति का आदमी है। गुजरात से लेकर दिल्ली तक सभी बडे़ नेताओं को अकेला खा गया मसलन केशूभाई पटेल, शंकर सिंह वाघेला, आडवानी जी, अरुन जेटली, मुरली मनोहर जोशी, सुषमा स्वराज। भारतीय जनता पार्टी का सत्ता में आना और मोदी का प्रधानमंत्री बनना भारत जैसे धर्मनिरपेक्ष देश और संविधान के मूल भावना के खिलाफ़ होगा।मोदी को इस देश  का प्रधानमंत्री कभी नही बनना चाहिये। अगर NDAकिसी तरह से 272 का जुगाड़ कर लेती है तो अरुण जेटली सबसे अच्छा विकल्प होंगें।

No comments: